पानी: एक अनमोल संसाधन, एक साझीव जिम्मेदारी
मुस्कान सिंह के शब्दों में व्यक्त हो रहा है कि पानी के उपयोग में अव्यवस्था और व्यर्थिता का आम चलन उनके क्षेत्र में है। यह उन्हें दुःखित करता है कि लोग उनके सुझावों का पालन नहीं करते। वे यकीन करते हैं कि हर व्यक्ति को पानी को अधिक उपयोग करने का जिम्मेदारी लेनी चाहिए, ताकि पानी की महत्वपूर्णता को समझा जा सके और इसका ठीक उपयोग कर सके। यह संदेश उनकी विचारशीलता और जिम्मेदार नागरिकता की प्रेरणा का प्रतीक है, जो पानी को एक मौलिक आवश्यकता मानकर उसकी रक्षा और संरक्षण के लिए सजग करता है।
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